भारत सरकार ने नोटबंदी का ऐलान के बाद भारत की नई करेंसी नेपाल में गैरकानूनी घोषित कर दी गई है.
नेपाल में आज (शुक्रवार) से दो हजार, पांच सौ और दो सौ रुपये के नये नोट प्रतिबंधित कर दिए गए हैं.
अब इस मुद्रा को अपने साथ नेपाल लेकर जाना, और अपने पास रखना गैर कानूनी होगा। नेपाल के संचार और सूचना मंत्री गोकुल प्रसाद बास्कोटा ने (13 दिसंबर) देर रात इसकी पुष्टि की है।
नेपाल की कैबिनेट ने तत्काल प्रभाव से इस आदेश को लागू करने का आदेश दिया है.
इस फैसले का सीधा असर नेपाल के पर्यटन पर पड़ेगा।
भारतीय पर्यटकों को भी इससे काफी असुविधा होगी।
भारत में जारी हुए 200, 500 और 2000 के भारतीय नोटों को नेपाल सरकार ने मान्यता तो नहीं दी थी लेकिन अब तक उसने इसे गैरकानूनी भी नहीं घोषित किया था ।
नेपाल के बाजार में ये नोट अभी तक चल रहे थे. लेकिन अब नेपाल सरकार ने नई भारतीय करेंसी को गैरकानूनी घोषित कर दिए।
और इनका प्रचलन पूरी तरह बंद कराने का फैसला किया है।
अब भारतीयों को नेपाल में इस्तेमाल के लिए 100-50 या अन्य छोटे नोट ले जाने होंगे ।
या फिर उन्हें नेपाल बॉर्डर पर ही नए भारतीय नोटों को नेपाल की करेंसी से बदलना होगा।
भारतीय मुद्रा नेपाल में आसानी से चलती थी. नेपाल सरकार का भी मानना है कि इसका प्रभाव नेपाल के पर्यटन उद्योग पर पड़ेगा, लेकिन देशहित में यह फैसला जरूरी था.
नेपाल में आज (शुक्रवार) से दो हजार, पांच सौ और दो सौ रुपये के नये नोट प्रतिबंधित कर दिए गए हैं.
अब इस मुद्रा को अपने साथ नेपाल लेकर जाना, और अपने पास रखना गैर कानूनी होगा। नेपाल के संचार और सूचना मंत्री गोकुल प्रसाद बास्कोटा ने (13 दिसंबर) देर रात इसकी पुष्टि की है।
नेपाल की कैबिनेट ने तत्काल प्रभाव से इस आदेश को लागू करने का आदेश दिया है.
इस फैसले का सीधा असर नेपाल के पर्यटन पर पड़ेगा।
भारतीय पर्यटकों को भी इससे काफी असुविधा होगी।
भारत में जारी हुए 200, 500 और 2000 के भारतीय नोटों को नेपाल सरकार ने मान्यता तो नहीं दी थी लेकिन अब तक उसने इसे गैरकानूनी भी नहीं घोषित किया था ।
नेपाल के बाजार में ये नोट अभी तक चल रहे थे. लेकिन अब नेपाल सरकार ने नई भारतीय करेंसी को गैरकानूनी घोषित कर दिए।
और इनका प्रचलन पूरी तरह बंद कराने का फैसला किया है।
अब भारतीयों को नेपाल में इस्तेमाल के लिए 100-50 या अन्य छोटे नोट ले जाने होंगे ।
या फिर उन्हें नेपाल बॉर्डर पर ही नए भारतीय नोटों को नेपाल की करेंसी से बदलना होगा।
भारतीय मुद्रा नेपाल में आसानी से चलती थी. नेपाल सरकार का भी मानना है कि इसका प्रभाव नेपाल के पर्यटन उद्योग पर पड़ेगा, लेकिन देशहित में यह फैसला जरूरी था.



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