Thursday, 20 December 2018

बैंकों की हड़ताल आज आज से 5 दिन बंद रहेंगे बैंक ।

बैंकों की हड़ताल आज आज से 5 दिन बंद रहेंगे बैंक

आईबोक की 21 और 26 दिसंबर के 2 दिनों की हड़ताल ने, व्यापारियों उद्योगपतियों के साथ साथ आम लोगों की बेचैनी भी बढ़ा दी है। 

हरताल 1 दिन की होती तो विशेष फर्क नहीं पड़ता । लेकिन बैंक कर्मियों ने सोची समझी रणनीति के तहत 21 दिसंबर को चुना है। 21 दिसंबर को शुक्रवार है शनिवार को महीने की चौथे शनिवार और रविवार 23 दिसंबर को वैसे भी बैंक बंद रहते हैं ।
3 दिनों तक बैंक बंद रहने के बाद सोमवार 24 दिसंबर को बैंक खुलेंगे जरूर ।
लेकिन 3 दिनों तक बैंक बंद होने के बाद कितना काम हो पाएगा सोचने की बात है । उसके बाद 25 दिसंबर को क्रिसमस के कारण बैंको में एक बार फिर छुट्टी रहेगी ।
इतना ही नहीं 26 दिसंबर को आईबोक द्वारा बंद के आह्वान के बाद बैंक  एक बार फिर से बंद रहेंगे ।कुल मिलाकर 6 दिनो के बीच 5 दिनों तक लगातार अवकाश से अर्थव्यवस्था  का पूरी तरह चरमरा जाएगी ।
उपभोक्ताओं की समस्या और बढ़ेगी।

300 करोड़ का लंदन होगा प्रभावित।
वर्ष के अंतिम महीने में 5 दिन के अवकाश से शहर की अवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगी ।
मोटे अनुमान के अनुसार इस दौरान करीब 300 करोड़ का लेनदेन प्रभावित होगा ।
उद्योग और व्यवसाय जगत बैंकों की बंदी से सकते में हैं ।
इस दौरान नहीं चेक जमा हो सकेंगे और ना ही आरटीजीएस का काम हो सकेगा ।
बैंकों के पूरी तरह से ऑनलाइन होने के कारण उद्योग जगत पुरी तरह से बैंकों के भरोसे हैं ।
5 दिनों के बंद के दौरान नहीं भरे जाएंगे टी एम में पैसे
21 दिसंबर को हड़ताल और 22 को चौथा शनिवार कथा रविवार को अवकाश के कारण एटीएम में नकदी नहीं भरी जाएगी ।
बैंकर्स का कहना है कि शहर एवं आसपास के सभी 400 एटीएम गुरुवार की रात भर दिए गए हैं । अभी इनमे रुपए 24 दिसंबर को ही भरे जाएंगे ।

इन कारणों से हो रही हड़ताल ।
ऑल इंडिया बैंक ऑफीसर्स कनफेडरेशन द्वारा 21 दिसंबर को होने वाली अखिल भारतीय हड़ताल के संबंध में आईबोक के प्रदेश सहायक महासचिव ललित अग्रवाल का कहना है कि तीन लाख से अधिक अधिकारी स्केल 1 से लेकर स्केल 7 के लिए पूर्ण मंडेड चार्टर्ड ऑफ डिमांड के अनुरूप वेतन समझौते ।
काम के बढ़ते दबाव के बचाव के लिए 5 दिन के वर्किंग एनपीएस के बदले पुरानी पेंशन में फैमिली पेंशन अपडेशन, एनपीए वसूली व कोर बैंकिंग जोर देने और सबसे खास बैंकों के मर्जर के विरोध में किया जा रहा है।

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